Maasha-Allah
9 Aug 2011
और खुश क्यों होना???
अब हमें और खुश क्यों होना है,
आखिर में तो सभी को ना कुछ पाना, ना ही कुछ खोना है|
इस ज़िन्दगी का भी यही एक रोना है,
की एक ना एक दिन तो सभी को चैन की नींद सोना है ||
--- राहुल जैन (*12:55 AM on 08-08-2011*)
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