ज़मीन सभी को मुकम्मल तो करता है मौला,
पर कोई उसे पाकर हंस पड़ा, तो कोई उसी में सर पटक पटक कर रोया !!!
ये ना समझा कोई की ना तो लेकर कुछ आया था और ना ही उसने पाकर कुछ खोया,
कैसे मिलेगा फल मीठा, जब जीवन भर बीज ही बबूल का बोया !!!
--- राहुल जैन (*1:45 AM on 22-12-2012*)
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