हर रिश्ते को मोहब्बत में डुबोता चला गया,
हर दोस्त को ज़िन्दगी में पिरोता चला गया,
महसूस हुआ जब, सब रहा नहीं इतना आसाँ,
मैं खुद ही में खुद को खोता चला गया !!!
--- राहुल जैन (*2:09AM on 03-11-2012*)
हर दोस्त को ज़िन्दगी में पिरोता चला गया,
महसूस हुआ जब, सब रहा नहीं इतना आसाँ,
मैं खुद ही में खुद को खोता चला गया !!!
--- राहुल जैन (*2:09AM on 03-11-2012*)
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