"आजकल हम गुंडों का भी कर देते हैं भरपूर सम्मान,
पर बोस, नेहरु या बापू के बलिदानों का नहीं आता हमें ज़रा भी ध्यान !!!
यहाँ पति को चाहिए अपनी पत्नी से सिर्फ बेटे रूपी संतान,
क्योंकी बेटी होने पर हो जाता है उसे दहेज़ की कमाई का नुकसान !!!
यहाँ है सभी को नेताओं क इरादों का भान,
फिर भी घर बैठे-बैठे रखते हैं सुखी-सम्रद्ध देश पाने का अरमान !!!
पता है की यहाँ हर सौ ( 100 ) में से मिलेंगे निन्यानवे (99) लोग बेईमान,
पर फिर भी हम कहते हैं की मेरा भारत महान, रे दोस्तों मेरा भारत महान !!! " :(
--- राहुल जैन ( * 05:23 AM on 01-05-2011 * )
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