20 Oct 2011

चाहत (Part 2) !!!


मौसम के मिजाज़ को, 
ना कोई समझ सका है, ना समझ सकेगा, 
कितना ही रोक लो, 
पर अगर उसे बरसना है तो वो जरूर बरसेगा !!! 

उसी तरह...


चाहत पर किसी का जोर, 
ना कभी चला है, ना ही कभी चलेगा !!!
कितना भी ढूंड लो दुनिया में, 
पर मेरे जैसा चाहने वाला ना मिला है ना ही मिलेगा !!! 

--- राहुल जैन ( *12:55 PM on 20-10-2011* )

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