12 Apr 2012

कुछ यादगार लम्हे, कुछ वो दोस्त !!!



कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्हें हम हमेशा हंसाया करते थे, 
इतने प्यारे लोगो को हम ही तो सताया करते थे...
अपने सारे राज़ जिन्हें बेहिचक बताया करते थे, 
और जिनके सारे गम हम ख़ुशी ख़ुशी पी जाया करते थे...
नाराज़ होने पर जिन्हें हम बेहिसाब तरीकों से मनाया करते थे, 
गलती होने-ना होने पर भी बिना सोचे माफ़ी मांग जाया करते थे...

वो एक दौर था जब वो भी हमें अपना माना करते थे, 
जो कभी हमारे पक्के दोस्त कहलाया करते थे...
पर समय हमेशा ध्रूत गति से बदला करता है,
औ बदलते बदलते इंसान को भी बदल दिया करता है...
जो कभी पूरा समय बात करने में नहीं हिचकिचाते थे, 
उनका अति-व्यस्त कार्यभार आज मन को कचोटता है... 
ज़रूरत पड़ने पर आज कोई गम बांटने वाला तक नहीं दिखता है,
क्या जीवन में इतना निभाने के बाद सभी को यही मिलता है ???
--- राहुल जैन (*2:52 PM on 12-04-2012*)

No comments:

Post a Comment