11 Feb 2014

साफ़ दिल !!

बेवफा इस ज़िन्दगी के इल्म का मुश्ताक़ करता हूँ, 
मैं भी आपके इत्तेफ़ाक़ से इत्तेफ़ाक़ रखता हूँ !!!

ये तो लड़कियाँ हैं जो खाती हैं भाव इतने, 
वर्ना मैं तो अपना नापाक़ दिल भी साफ़ रखता हूँ !!!

--- राहुल जैन (*00:29 AM on 11-02-2014*)

28 Jan 2014

सच्चे दोस्त !!

ज़िंदगी में तुझे चाहने वालो की कमी महसूस न होगी कभी ए दोस्त,
मह्सूस होगी तो कमी कमबख्त हम जैसे सच्चे दोस्तो की !!

दूर हो तब भी ज़रूरत पड़ने पर बेहिचक याद करना तू हमें, 
मुश्किल में साथ खड़े होंगे हमेशा, दोस्ती का वास्ता ही सही !!

-- राहुल जैन (*9:43 PM on 28-01-14*)

9 Jun 2013

Adjust !!!

ज़िन्दगी में कर लिया गर मैंने Adjust, 
तो ज़िन्दगी कितनी खुशहाल होगी, 
ना मुझसे होगी कोई खता,
ना उसे किसी सुलह की दरकार होगी ।।।

कहनी थी कभी बातें हज़ारों तुमसे,
Adjust करने के सिलसिले में रह गया, 
याद नहीं रहा कुछ भी उसमे से अब, 
इसी काफिले में ये 'Rahul' बह गया ।।। 

ज़िन्दगी में जब से कर लिया मैंने Adjust, 
ज़िन्दगी तब से कितनी खुशहाल हो गयी, 
ना मुझसे होती है कोई खता,
ना उसे किसी सुलह की दरकार रह गयी ।।।

--- राहुल जैन (*11:20PM on 09-06-2013*)

18 Mar 2013

सीखो !!!

दूसरों की गलतियों को माफ़ करना भी सीखो, 
बेगुनाहों के साथ इन्साफ करना भी सीखो, 
और गर पानी सर से ऊँचा उठ जाए, 
तो उनकी यादों को अपनी ज़िन्दगी से साफ़ करना भी सीखो !!!

--- राहुल जैन (*2:14 AM on 18-03-2013*)

13 Mar 2013

My Inspiration, My MOM


With a smile on her face,
For 9 long months she bore the pain,
Always loved me in the same manner,
Be it sunshine or be it rain,

 Kept awake for me all night,
When I fell sick,
And then would wake up to be ready for work,
When 6AM in clock would tick,

In this fast paced world,
She taught me how to walk,
Amongst the highly vociferous crowd,
she taught me how to diligently talk,

Never ever have I seen her
Shirk from any of her chores,
Still would have time,
To take me walking to the shore,

Always cheered me up,
When I was upset or sad,
Stood there listening with a calm,
When at times I got mad,

People believe their closest one in life,
Would be some girl from a Rom-Com,
For me, My dearest friend in life,
Would always be my lovely Mom !!!

 LOVE YOU MOM & Wish you a very HAPPY WOMEN's DAY :-)

 -- Rahul Jain (*2:10 PM on 08-03-2013*)

5 Mar 2013

इश्क़ !!!

खुदा ने जब इश्क़ का तसव्वुर फरमाया होगा,
तसव्वुर में खुद को शर्मिंदा पाया होगा,
इस एहसास को जज़्ब करना की मेरी क्या बिसात,
इस ढाई अक्षर की सोच ने खुदा को भी बहकाया होगा !!!

फिर, 
खुदा ने जब आखिरकार इश्क़ बनाया होगा,
तो पहले खुद पर ही आजमाया होगा,
इश्क़ करने की मेरी हैसियत ही क्या है,
इस इश्क़ ने तो खुदा को भी रुलाया होगा !!!


--- राहुल जैन (*11:46 PM on 05-03-2013*)
[It uses a few lines from other couplets]

23 Jan 2013

और मैं देखता ही रह गया !!!

एक-एक करके सारी कड़ियाँ खुलती चली गयीं,
और मैं देखता ही रह गया !!!
बचपन की सारी यादें बिखरती सी चली गयी, 
और मैं बस देखता ही रह गया !!!

बिखरती यादों से दिल की भावनाएं टूटी,  

और मैं बस देखता ही रह गया !!!
संभाला दिल को तो दूरी दर्द देती चली गयी, 
और मैं बस देखता ही रह गया !!!

सोचा की इन कड़ीयो का टूटना अब रोक दूंगा, 

दर्द की इन सभी वजहों का मुंह मोड़ दूंगा,
रिश्तों की ज़ंजीर को खुद से फिर जोड़ दूंगा,
पर मैं फिर भी देखता ही रह गया !!!

वजह की खोज में दिन-रात भटकता रह गया, 

छोटी छोटी परेशानियों में अटकता रह गया, 
दर्द मिटाने का मरहम खोजता रह गया,
रिश्तों-नातों को बांधे रखने के बारे में सोचता रह गया, 

पर बदला कुछ भी नहीं, 

या यूँ कहूँ की बदल पाया कुछ भी नहीं, 
क्योंकि मैं सिर्फ देखता ही रह गया, 
क्यों मैं बस देखता ही रह गया, क्यों बस देखता ही रह गया ???

--- राहुल जैन (*1:22 AM on 23-01-2013*)

23 Dec 2012

Parivar !!!

जब ख़ुशी बांटने में मांगोगे साथ है,
तो जो दोस्त है, वही तैयार है,

जो हर गम में तुम्हारे साथ है,
वही तुम्हारा सच्चा यार है,

जो बिना बोले तुम्हारे को दर्द को पहचान जाए,
वही करता तुमसे प्यार है,

और जो जिंदगी के हर मोड़ पर तुम्हारे साथ है,
तुम्हारे हर दर्द का मलहम जिसके पास है,
जिसका हर समय तुम्हारे सर पे हाथ है,
समझ लो वही तुम्हारा परिवार है !!!

--- राहुल जैन (*20:07 pm on 23-12-2012)

5 Dec 2012

याद कर ले ऐ दोस्त !!!

दिल चीर कर दिखाने के ज़माने गए,
उन मंज़रो-बातों से तड़पाने के ज़माने गए, 

आज के ज़माने में तो फ़ोन कर ही याद कर ले ऐ दोस्त, 
बातों में उलझा कर झुलसाने के ज़माने गए !!!

---  राहुल जैन (*1:35 AM on 05-12-2012*)

3 Nov 2012

खोता चला गया !!!

हर रिश्ते को मोहब्बत में डुबोता चला गया,
हर दोस्त को ज़िन्दगी में पिरोता चला गया,

महसूस हुआ जब, सब रहा नहीं इतना आसाँ,
मैं खुद ही में खुद को खोता चला गया !!!

--- राहुल जैन (*2:09AM on 03-11-2012*)

20 Oct 2012

बस अपनी दुनिया खोज रहा हूँ मैं !!!

बस अपनी दुनिया खोज रहा हूँ मैं,
बस अपनी दुनिया खोज रहा हूँ मैं ...

बचपन की यादों में,
यारों के वादों में,
दोस्ती के छलावों में,
यादों के भुलावों में,

चाय के उन प्यालों में,
करीबी दोस्तों के ख्यालों में,
उन मीठी तकरारों में,
उनके झूठे करारों में,

बस अपनी दुनिया खोज रहा हूँ मैं, बस अपनी दुनिया खोज रहा हूँ मैं ...

कश्मीर की उन वादियों में,
ज़िन्दगी की उन आजादियों में, 
कन्याकुमारी के अथाह सागर में,
प्यास बुझाते उस छोटे गागर में,

नामचीन किताबों की पढाई में,
भ्रष्टाचार की सच्ची लड़ाई में,
अनंतकालीन नेताओं के भाषण में, 
नाममात्र दिए गए गरीबों के राशन में, 

बस अपनी दुनिया खोज रहा हूँ मैं, बस अपनी दुनिया खोज रहा हूँ मैं ...

साम्प्रदायिक लडाइयां 'राहुल' से ये कहती हैं,
देश की दशा आज भी दर्द देती है,
बस आज दर्द-ऐ-दिल लफ़्ज़ों में बयान कर रहा हूँ, 
अभी भी मैं बस अपनी प्यारी दुनिया ही खोज रहा हूँ।।।

--- राहुल जैन (*9:22 PM on 20-10-2012*)

10 Oct 2012

ये इज़हार-ऐ-इश्क़ !!!

हुस्न-ऐ-बला है ही तुम्हारा कुछ ऐसा,
जिसका बखान कर ही नहीं पाए थे 'हायल' !!!

तबस्सुम की रौशनी भी छितरा सी जाए,
जब छनकाओ तुम अपनी ये पायल !!!

महफ़िल-ऐ-तरन्नुम में अलफ़ाज़ जो तुमने दागे कुछ तरह,
जज़्बात-ऐ-बयाँ के हम भी हो गए कायल !!!

इज़हार-ऐ-इश्क़ का अंदाज़ था ही बेहद कातिलाना, 
की करता सा चला गया हमें बेइन्तहाशा  घायल, बेइन्तहाशा  घायल !!!

--- राहुल जैन ( *03:02 PM on 10-10-2012* ) 

16 Aug 2012

The End !!!

I had seen the pain, 
I had born the brunt...
Always in your firing line,
I was always there, right in the front...

But now, this seems to be the final moment,
To which there seems no Bend...
Never wanted to say this,
But unfortunately, This for me is The very End...

--- Rahul Jain (*09:33 PM on 16-08-2012*)

7 Jul 2012

दौड़ती ज़िन्दगी की इस तानाशाही में

दौड़ती ज़िन्दगी की इस तानाशाही में, 
तकदीर लिखी गयी है हमारी काली स्याही में, 


वतनपरस्तों को करके नेस्तोनाबूद यहाँ,
बेच रहे हैं वो देश को पार्लियामेंट में वहाँ, 


बह रहा खून की जगह रगों में अब पानी है,
ऐसे में अच्छे वक़्त की उम्मीद करना बिल्कुल बेमानी है!!
देश के नौजवानों ने ही अब कुछ कर गुजरने की ठानी है, 
उनकी एकजुटता से हमें ये नौकरशाही हटानी है, 


हमारी आने वाली पीढ़ी को देश की ये दशा नहीं दिखलानी है,
उन्हें तो बस एक सफल सम्रध भारत की कल्पना दर्शानी है, 



तानाशाह इस ज़िन्दगी से मुक्ति दिलानी है, 
तकदीर लिखने वाली स्याही बदलवानी है, बस सभी की ज़िन्दगी हसीन बनानी है !!!

-- राहुल जैन (*12:35 AM on 07-07-2012*)

30 Jun 2012

हिंदुस्तान है यहाँ !!!

वफ़ा की क्या बात कर दी, 
वफ़ा-ए-गुलिस्तान है यहाँ,


दोस्तों के लिए तो हाज़िर भी है जान, 
पर दुश्मनों के लिए सिर्फ कब्रिस्तान है यहाँ !!!

--- राहुल जैन (*11:56 PM on 29-06-2012) 

29 Apr 2012

Lyf is Hell !!!

In the last few days,
I've had a nice Realization,
Something that sent me in hibernation,

And approved my Transformation ..

In the following lines,
The Realization clearly follows,
Though it resembles the truth,
It describes no sorrows...

However hard you try
To make it well,
Life ceases to improve
Coz Lyf is Hell...


People today or tomorrow,
In your life would Change,
Putting the once most appreciated,
Out of their Range...


In this situation,
Never dare you be Violent,
With a gentle calm on your face,
Keep your angry lips Silent...

Understand the fact,
That you mustn't rebel,
Coz however hard you try,
This Lyf is Hell...

Realize in this case,
The trauma would soon Fade,
You and your life,
Would find an Arcade...

But the arcade might soon,
For you, Fail,
Just Learn to live by the fact that,
Dis "LYF IS HELL"  !!!


--- Rahul Jain (*2:09 AM on 29-04-2012*)

16 Apr 2012

Expectation Kills D Relation !!!


I know someone who is a sweet cute person,
And we both used to share a very friendly relation...
We fought a lot, details of which I need not mention,
But sooner or later, we somehow used to end that aberration...

Few weeks later, Not all of a sudden,
Friends we were better, which rose my expectation...
I should've have realized, known there and then,
It could prove costly, to the extent of the Relation...

The moment had some ego but loads of emotion, 
And Brought between us, tonnes of tension...
Neither was ready to compromise in the situation, 
One of the best options was to rethink while in hibernation...

The situation had left me into some sort of depression,
Little had I realized I should've controlled my aggression...
Every action with itself brings a sure-shot reaction,
Our friendship started to move on the path of descension...

I tried my best to change your anger-prone decision,
To prove to you that my aggression was only your illusion...
I tried pleading, persuasion, and then there was confession,
But you ceased to melt and showed growing apprehension...

All this has left me in a state of fear and abrasion, 
Trust me, your friendship, to me, has never had an aversion...
All these incidents have once again proven, 
Maano ya na maano, but "EXPECTATION KILLS D RELATION"...


--- Rahul Jain (*2:43 AM on 16-04-2012*)

12 Apr 2012

कुछ यादगार लम्हे, कुछ वो दोस्त !!!



कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्हें हम हमेशा हंसाया करते थे, 
इतने प्यारे लोगो को हम ही तो सताया करते थे...
अपने सारे राज़ जिन्हें बेहिचक बताया करते थे, 
और जिनके सारे गम हम ख़ुशी ख़ुशी पी जाया करते थे...
नाराज़ होने पर जिन्हें हम बेहिसाब तरीकों से मनाया करते थे, 
गलती होने-ना होने पर भी बिना सोचे माफ़ी मांग जाया करते थे...

वो एक दौर था जब वो भी हमें अपना माना करते थे, 
जो कभी हमारे पक्के दोस्त कहलाया करते थे...
पर समय हमेशा ध्रूत गति से बदला करता है,
औ बदलते बदलते इंसान को भी बदल दिया करता है...
जो कभी पूरा समय बात करने में नहीं हिचकिचाते थे, 
उनका अति-व्यस्त कार्यभार आज मन को कचोटता है... 
ज़रूरत पड़ने पर आज कोई गम बांटने वाला तक नहीं दिखता है,
क्या जीवन में इतना निभाने के बाद सभी को यही मिलता है ???
--- राहुल जैन (*2:52 PM on 12-04-2012*)

20 Mar 2012

ज़िन्दगी का फलसफा !!!


इस्तकबाल-ए-जुर्म को वफ़ा नहीं कहते,  और
बिना मकसद जीने को ज़िन्दगी का फलसफा नहीं कहते !!! 


--- राहुल जैन (*4:55 AM on 20-03-2012*)

12 Feb 2012

उम्मीद मत रखो !!!

ज़िन्दगी में किसी से 
कोई उम्मीद मत रखो, 
क्योंकि ज़िन्दगी में उम्मीदें 
बेतरतीब हिसाब से टूटती ही हैं,
और जब उम्मीदें टूटती है, 
तो बहुत तकलीफ़ देती हैं !!!

--- राहुल जैन (*5:51 PM on 12-02-2012*)

12 Jan 2012

You'll Surely Succeed !!!



Even when U are down,
Never on your face, show a frown...


Always with that sweet smile,
Remember you were made to walk that extra Mile...


When really happy or while going insane
Just keep walking down the positive lane, 
Within yourself keep all the Pain, 

With the hope for the best possible Gain...


TRUST ME... Then...
By God's grace, further you'll proceed, and
Marveling in your endeavors, surely you'll succeed... :-)



--- Rahul Jain (*10:38 PM on 12-01-2012*)

दर्द !!!



जैसे ख़ुशी के बिना ज़िन्दगी सूखी है !!!


ठीक उसी तरह...


दर्द के बिना भी ज़िन्दगी सर्द है !!! 


--- राहुल जैन (*09:07 PM on 12-01-2012*)

10 Jan 2012

जिन पर था कभी भरोसा!!!



जिनपर था कभी खुद से ज्यादा भरोसा,
वो ही आज दे गए दगा...
तन्हाइयो के इस चिलमन में,
रहने की दे गए वो हमें सज़ा...


वक्त पड़ते आज सोचता हूँ 
क्यों था उनपर इतना यकीब (=यकीन), 
जो कहलाते थे हमदम पर
पर जरुरत आन पड़ने पर बना गए हमें रक़ीब...


ग़म-ऐ-आलम भी ये है कि निगाह में रहते किसी को,
अपनी जुस्तजू ये "RAHUL" कह नहीं सकता...
और जो हमारी अंदाज़-ऐ-गुफ्तगू को बेतलब समझ लिया करते थे,
उस बाशिंदे को अब अपना मुसाहिब, इंशाअल्लाह, कह नहीं सकता !!!


---राहुल जैन (*12:01 AM on 10-01-2012*)

1 Jan 2012

माता-पिता !!!



माता-पिता ही जीवन का सार हैं, 
वही हमारे होने का आधार हैं !!!

होली-दिवाली तो आते हैं साल में एक बार, 

लेकिन 
बड़ों का साथ हो तो हर दिन त्यौहार है !!! 

--- राहुल जैन (*11:54 PM on 01-01-2012*)

22 Dec 2011

जीवन का कटु सत्य !!!



ज़मीन सभी को मुकम्मल तो करता है मौला,
पर कोई उसे पाकर हंस पड़ा, तो कोई उसी में सर पटक पटक कर रोया !!!

ये ना समझा कोई की ना तो लेकर कुछ आया था और ना ही उसने पाकर कुछ खोया,
कैसे मिलेगा फल मीठा, जब जीवन भर बीज ही बबूल का बोया !!!

 


--- राहुल जैन (*1:45 AM on 22-12-2012*)

25 Nov 2011

यार तेरी यारी !!!


ज़िन्दगी के सारे मायने बदल दूँ,
तू कहे तो ये कायनात पलट दूँ !!!

यार तेरी यारी के लिए,
मैं अकेला इस जहाँ से लड़ लूँ !!!

--- राहुल जैन (*6:39 PM on 25-11-2011*)

6 Nov 2011

ज़िन्दगी शोर भरा सन्नाटा !!!


ज़िन्दगी शोर भरा सन्नाटा,
जंजीरों की लम्बाई तक फैला सैर-सपाटा !!!

दोस्ती का रिश्ता भी सच्चाई भरा छलावा
टूटने पर लगता ज़हरीला काहवा !!!

कुछ अमीरों को नशा ही खाने में भाता,
चरस-अफीम भी लगता उन्हें मीठा आटा !!!

हर अफसर सरकारी नौकरी से सिर्फ रिश्वत चाहता,
मेहनत की कमाई से क्यों नहीं किसी का अब नाता ???

सच में अब ज़िन्दगी शोर भरा सन्नाटा,
जंजीरों की लम्बाई तक फैला सैर-सपाटा !!!

--- राहुल जैन (*11-54 PM on 05-11-2011*)

20 Oct 2011

चाहत (Part 2) !!!


मौसम के मिजाज़ को, 
ना कोई समझ सका है, ना समझ सकेगा, 
कितना ही रोक लो, 
पर अगर उसे बरसना है तो वो जरूर बरसेगा !!! 

उसी तरह...


चाहत पर किसी का जोर, 
ना कभी चला है, ना ही कभी चलेगा !!!
कितना भी ढूंड लो दुनिया में, 
पर मेरे जैसा चाहने वाला ना मिला है ना ही मिलेगा !!! 

--- राहुल जैन ( *12:55 PM on 20-10-2011* )

Sorry !!!


हो गयी भूल से एक खता, 
अब नफरत जितनी बड़ी सजा भी न दो !!! 

सुनकर अनसुना करके, और बात ना करके तो नहीं,
पर कुछ बोलकर मेरी गलती की सजा ही दो !!!

आपको माना है हमेशा एक सच्चा दोस्त, 
चाहे तो इसकी कोई परीक्षा ही लो !!!

और परिस्थितियाँ कैसी भी हो, चाहे आप भूल ही जाओ हमे, 
पर आपकी हर परेशानी में साथ खड़ा पाओगे, ये बात जेहन में रख लो !!!

अब तो माफ़ भी कर दो , ऐ दोस्त, 
अब तो माफ़ ही कर दो !!! :-S


--- राहुल जैन ( *12:45 PM on 20-10-2011* )


14 Oct 2011

ये दूरियां, ये मजबूरियाँ !!!

ऐसी भी क्या दूरियां,
ऐसी भी क्या मजबूरियाँ !!!  

कभी तो थी आपसे दोस्ती इतनी गहरी,
और कभी आपने हमे देखकर ही अपनी आँखें फेरी !!! 
क्यों है ये दूरियां, 
क्या है ये मजबूरियाँ ???

कभी तो आपके चेहरे पर थी वो खिलखिलाती सी हंसी, 
और कभी हमें लगता था की ये है बड़ी ही cHiRPy, 
पर पता नहीं क्यों  आज दिन बदला, 
नहीं जानता मैं क्यों, पर आज वक़्त भी बदला,

पर कितनी ही थी दूरियां, 
कितनी ही थी मुश्किलें, 
बस ना बदले हैं तो वो हैं हम 
और येही गुजारिश है की अब ना ही बदलना तुम !!!
ऐ मेरे दोस्त, ऐ मेरे हमदम !!! 

--- राहुल जैन (*2:39 AM on 14-10-2011*)

13 Oct 2011

कैसे सहूँ !!!



चाहे तेरा गुस्सा सह लेता मैं, 
पर तेरी ये चुप्पी कैसे सहूँ ??? 

चाहे तुझसे दूरी सह लेता मैं, 
पर ये बेचैनी कैसे सहूँ ???

चाहे तेरी नफरत सह लेता मैं, 
पर तेरी ये चाहत कैसे सहूँ ???

चाहे कोई भी गम ही सह लेता मैं, 
पर तू ही बता, तेरी ये नाराजगी कैसे सहूँ ??? 

--- राहुल जैन (*4:32 AM on 13-10-2011*)

चाहत !!!

Emotional and senti shayaris are back !!! ;-)

चाहा है तुझको चाहत से ज्यादा, 
पूजा है तुझको रब से ज्यादा, 

प्यारी है तू सब से ज्यादा, 
मोहब्बत है तुझसे मोहब्बत से ज्यादा, 

कभी मुझसे दूर होने का न करना इरादा, 
वरना जरूर कुछ कर गुजरेगा ये दीवाना !!! 


--- राहुल जैन (*4:21 AM on 13-10-2011*)

तुमसे मोहब्बत !!!


ना तो तुमसे दूर ही जा पाएंगे, 
ना तो तुमको भुला ही पायेंगे !!! 

मोहब्बत तो इतनी करते हैं तुमसे की
तुम्हारी हसीन यादो के सहारे भी अपनी ये ज़िन्दगी काट जायेंगे !!! 

--- राहुल जैन (*4:10 AM on 13-10-2011*)

इतना क्यों याद आती हो ???


इतना क्यों याद आती हो, 
यादों में भी कितना तडपाती हो, 

बिना बात करे अब चली जाती हो,
ये नहीं सोचती के इन हरकतों से मेरा चैन-ओ-अमन तक भी छीन जाती हो !!! 

--- राहुल जैन (* 4:04 AM on 13-10-2011)

21 Sept 2011

कैसा असमंजस !!!

दिल के जितने करीब है तू,
उतना कभी कोई न था !!!

मुझे हो जायेगी तुझसे ऐसी मोहब्बत,
इसका कतई अंदेशा न था !!!

मुझे क्यों हो गयी तुझसे इतनी मोहब्बत, 
ये भी मुझे नहीं है पता !!! 

चाहता है ये दिल हमेशा तुझे बात-ऐ-मुलाकात,
तो इसमें क्या है मेरी खता !!!

तू बन गयी है मेरी जानशीन,
अब कैसे रहू तेरे बिना,
इसका नहीं है मेरे पास भी कोई जवाब,
ये असमंजस अब तू ही सुलझा, ऐ जान-ऐ-तमन्ना तू ही सुलझा !!! 


--- राहुल जैन (*11:14 PM on 21-09-2011*)

9 Aug 2011

और खुश क्यों होना???

अब हमें और खुश क्यों होना है, 
आखिर में तो सभी को ना कुछ पाना, ना ही कुछ खोना है|

इस ज़िन्दगी का भी यही एक रोना है, 
की एक ना एक दिन तो सभी को चैन की नींद सोना है ||

--- राहुल जैन (*12:55 AM on 08-08-2011*)

15 Jul 2011

Maa !!!

Wo waqt bewaqt jab muskuraaye, To mausam-e-hind bhi khil jaaye!!! 
Sawaal chaahe kitna bhi kathin hi kyu na ho, Jawaab turant hi mil jaaye !!! 


Ek gajab sa sukoon hota hai mehsoos, jab sur pe haath wo fehraaye !!!
Kehne ko to bahut dekhi hongi duniya mei tumne, par shayad hi koi unse behtar dhund paaye !!!


Itni taareef paane waalo k nahi hain hum bhi koi paraaye, 
Balki ussi maa k Sachche sapoot hain hum kehlaaye, sachche sapoot hain hum kehlaaye!!! :) 




--- Rahul Jain (*12:29 AM on 15-07-2011*)

29 Jun 2011

25th anniversary of my parents !!!

फूलों से है खुशबू खफा, घटाओं से नाराज़ है हवा, 
जब पूछा उनसे क्या है हुआ, तो जवाब हमको ये ही मिला - 

सबके मन में है ये बात, 
सबसे सुंदर ना रहा उनका साथ, 
एक प्यारी सी जोड़ी ने दी है उनको मात, 
थामे रहते हैं सदा जो एक दुसरे का हाथ !!! 

२५ साल पहले की उनकी मुलाक़ात, 
मना रहे हैं मिलकर आज हम साथ, 
भगवान से कहेंगे बस ये ही बात, 
करते रहे सदा मम्मी-पापा एक दुसरे से प्यार, हर दिन हर रात !!!

-- M2 (*3:47 PM on 29-06-2011*)

27 May 2011

For my Mom and Dad !!!

Dedicated to my parents on their Silver Jubilee Anniversary !!! :)


आप दोनों जीयें हज़ारों साल,
और आपका संग बना रहे सबके लिए एक मिसाल,
इच्छा है की मचा दूँ एक बवाल, आपकी सारी चिंताओं को कर दूँ हलाल,
और सिर्फ खुशियों से ही रहे आप दोनों ज़िन्दगी भर मालामाल, 
सबके मन में यही खड़ा हो जाए सवाल, 
की मैं क्यों नहीं यहाँ जन्म लेकर बना इनका लाल,
आज मना रहें हैं हम सब आपके साथ के २५ साल,
कामना है की हमेशा ऐसा ही रहे आपके बीच का सुर-ओ-ताल,
हो आपकी आने वाली पूरी ज़िन्दगी में सिर्फ मज़ा, मस्ती और धमाल, 
यही है मेरी दुआ और आपके लिए मेरा सच्चा दिली ख़याल !!! 

1 May 2011

Mera Bharat Mahaan !!!

"आजकल हम गुंडों का भी कर देते हैं भरपूर सम्मान, 
पर बोस, नेहरु या बापू के बलिदानों का नहीं आता हमें ज़रा भी ध्यान !!!

यहाँ पति को चाहिए अपनी पत्नी से सिर्फ बेटे रूपी संतान,
क्योंकी बेटी होने पर हो जाता है उसे दहेज़ की कमाई का नुकसान !!!

यहाँ है सभी को नेताओं क इरादों का भान, 
फिर भी घर बैठे-बैठे रखते हैं सुखी-सम्रद्ध देश पाने का अरमान !!!

पता है की यहाँ हर सौ ( 100 )  में से मिलेंगे निन्यानवे (99) लोग बेईमान, 
पर फिर भी हम कहते हैं की मेरा भारत महान, रे दोस्तों मेरा भारत महान  !!! " :(

--- राहुल जैन ( * 05:23 AM on 01-05-2011 * )

16 Apr 2011

डर लगता है !!!

बढ़ते काम के बोझ और पैसों की भूख के चलते, 
मुझे इंसान के मशीन बन जाने का डर लगता है !!!

भाइयों और दोस्तों के बीच बढ़ती रंजीशें देखकर, 
मुझे अब रिश्तों की सच्चाई से डर लगता है !!!

२०१२ के प्रलय की भविष्यवानियाँ सुनकर,
मुझे अपने आने वाले कल से डर लगता है !!!

और रोज़ शाम को ढ़लते हुए इस सूरज को देखकर, 
अपने मिलते हुए सम्मान से डर लगता है, बहुत डर लगता है !!!

--- राहुल जैन (* 15-04-2011 *)

19 Mar 2011

Dil mei Hindustan !!!

"Bible Ved Quran rakho,
Gita ka bhi gyan rakho,
Chahe kisi ka dhyan rakho,
Par DIL mei HINDUSTAN rakho !!! " :)
--- AM, The Club (18-03-11)

11 Mar 2011

Hum hi hum !!!

Zindagi mei -

Waham se ghum ho to kya waham ho, 
Ghum ka waham ho to kya ghum ho,


Sirf Hum hi hum ho to kya hum ho, 
Tum hi tum ho to kya tum ho  !!!

--- Rahul Jain (*11:43 PM on 11-03-2011*)

24 Feb 2011

You are the one !!!


You are the one I keep thinking about,
Be it day in or day out...
Having in mind, not the slightest of doubt,
Surely u are the one I cant live without !!!

On me you can always shout,
Or start a friendly bout...
At times even call me stout,
But plz never leave me for any reason or in any kinda doubt !!!

---> Dedicated to all my friends and close ones <---

--- Rahul Jain (*5:56 PM on 24-02-2011*)

21 Feb 2011

Aise badlegi Zindagi, ye socha na tha !!!

Aise achaanak badlegi Zindagi ye socha na tha,
Zarurat k waqt saath khada na hoga koi dost, iska andesha na tha...

Mere kareebi kehlaane waale dosto-yaaro ka mere paas phone number to tha,
Par un vyast logo mei se kisi k paas mera ghum baante ka khaali samay na tha...

Mera mann kabhi aise dost paakar khilaa Palaash sa thaa,
Par itna kuchh dekhne k baad mann murjhaaya sa, niraash sa tha...

Maana ye unki taraf se bhi kisi prakaar ka koi dhokha na tha,
Par Zarurat k waqt ek bhi dost ka kandha tak na milega, iska katai bharosa na tha...

Aise achaanak badlegi Zindagi ye socha na tha, bilkul socha na tha !!!



--- Rahul Jain (*11:16 PM on 21-02-2011*)


9 Feb 2011

Mera Jeevan !!!

Mera jeevan ek khuli kitaab bhi hai,
Mera jeevan ek adhura khwaab bhi hai...

Bhadak jaaye to ye tejaab bhi hai,
Chamak jaaye to ye laajawab bhi hai...
Mera jeevan ek khuli kitaab bhi hai,
Mera jeevan ek adhura khwaab bhi hai...

Andekhe ansuljhe sawaalo ka jawaab bhi hai,
Nayi manzilein paane ko betaab bhi hai...
Mera jeevan ek khuli kitaab bhi hai,
Mera jeevan ek adhura khwaab bhi hai...


--- Rahul Jain (*12:48 AM on 09-02-2011*)

30 Jan 2011

Jashn ka Mauka !!!

Pichhle 28 saal se palkein bichhaye baithe hain saare deshwasi, 
Unko chahiye jashn manaane ka phir ek  mauka...

Ye tabhi hoga jab lada de sabhi cricketers apni jee-jaan,
aur de dein hume World Cup 2011 ka wo beshkimati anmol Tohfa...


--- Rahul Jain urf CHAMPION ( *4:17 AM on 30-01-2011* )

World Cup 2011 !!!

Tha kabhi cricket ki duniya mei Australia ka bolbala,
Par ab wo samay gaya hai Beet...

Dusre deshon ne dikhaya jalwa,
Aur todi Australia k jeet ki Reet...

Ashes vijayi hui England,
Australia ko buri tarah se Peet...


Ab baari hai Bharat ki,
Jo payega World Cup 2011 mei ek badi Jeet...


--- Rahul Jain a.k.a. CHAMPION (*4:09 AM on 30-01-2011)


26 Jan 2011

Ye Kalyug !!!

Logo k janaaze sirf tabhi uthaaye jaate hain,
Jab wo allah ko pyaare ho jaate hain...

Par iss kalyug mei to dost dost ko bhul jaate hain,
Aur insaan jeete ji maut se badtar zindagi paate hain !!!

--- Rahul Jain a.k.a CHAMPION ( *1:01 AM on 26-01-2011*)


14 Jan 2011

Jeete chale jaana !!!

Udaas hain hum,
Hume tanha naa chhod jaana !!! 
Pyaasi hai dharti, pyaasa ye ambar, 
Isse pyaar se sinchte hue hi apna jeevan badhaana !!!


Kitna bhi mushkil ho raasta,
Manzil se muh na mod jaana !!! 
Agar kabhi vaada karo kisi se, 
To usse marte dum tak nibhaana !!!

Ye safar hai dost,
kabhi sukh, kabhi dukh ka,
Bina adhik soche vichaare
tum to basssss khushiyaan manaana, 
Aur iss anandmayi jeevan mei, 
Tum Mauz udaana, 
Aur isse jeete chale jaana, BAS JEETE CHALE JAANA !!!




--- Rahul Jain aka CHAMPION (*3:45 AM on 14-01-2011)